आज लोगों को बहोत सुने अनसुने रोगों और दर्दो से जंजना पड़ता है। लोग अस्पताल बदल बदल कर कितनी दवाइया लेते है फिर भी कोई सुधार दिखाई नही पड़ता है।
तब लोगों को आयुर्वेद और अन्य वैकल्पिक चिकित्साओं में एक किरण नजर आती है। आज पूरे विश्वमे बड़े विकसित देश जैसे कि यू इस, कैनेडा, आफ्रिका जैसे देशों में से लोग प्राकृतिक चिकित्सा के लिए भारत आते रहते है।
लेकिन जाने क्यों भारतीय लोग जो भारत मे रहते है उनको अपने स्वदेशी आयुर्वेद नेचरल प्राकृतिक चिकित्सा में वो ज्यादा विश्वास नही करपाते है।
लेकिन अब लोग जाग रहे है योग और प्राकृतिक चिकित्सा (नेचरोपैथी) की तरफ एक आशा और विश्वास बढ़ा है ।
जैसे हम अपने गाड़ी जैसी कई मशीनों को समय समय पर मेन्टेनेन्स करवाते है। ओर वो फिरसे नई सवारी की तरह चलने लगती है वैसे ही यह भी कुदरत की मशीन ही है।
आपका शरीर कुदरतके पंचतत्व से बना है। जिसमे अग्नि, जल, वायु, आकाश, ओर भूमी तत्व पाए जाते है। यह विज्ञान भी कहता है।
प्राकृतिक चिकित्सा में सिर्फ रोगों को नही बल्कि व्यक्ति के पूरे शरीर को अंदर से शुद्ध ओर विशुद्धिओ का शरीरसे निकाल कर तरोताजा करदेती है।
लोगों को प्राकृतिक चिकित्सा में एक नया जीवन मिला हो वैसे अबुभुति होती है और ये कई लोगो ने अपने अनुभव में कहा है।
प्राकृतिक चिकित्सा में सिर्फ स्वास्थ्य ही नही जीवन जीने की बुजुर्गो ओर परिजनों के साथ समय कैसे बिताया जाता है शाम को प्राथना सभा ओर लोग अपने अंतर के साथ शांती के पल बिताते है।
एक सात्विक जीवन क्या होता है। यह कैसे आपको स्वस्थ और तंदुरस्त रखता है यह एक जीवन जीने का सही तरीका है जो लोग चिकित्सा लेने के लिए 10 दिन ठहरते है और सीखते है।
मानसिक तनाव का स्वास्थ्य पर बहुत ज्यादा विपरीत प्रभाव पड़ता हैं। हमारे चिकित्सा केंद्र में कैसे आप किसी भी परिस्थितियों में स्वंय को खुश और शांत रखे यही प्राकृतिक चिकित्सा के कुछ भागों में से है।
आज लोगो का खान पान रहेनी करनी बहुत आधुनिक ओर कुछ भी समय और क्या आपको योग्य है इस पर कोई विचार नही करता और ये आपकी कई बीमारियों का कारण
आहार चिकित्सा – हमारा आहार केसा हे वहीं हमारे शारीर को देखकर दिखाई देता हे आहार पर ध्यान लगाने से कई रोगों और दर्दो का इलाज संभव हो सकता हे।
प्राकृतिक चिकित्सा में आपका निरिक्षण करने के बाद प्राकृतिक चिकिसक खुद आपके लिए समय पत्रक बनाते हे जो आपको लम्बे समय तक स्वस्थ रखता हे और दर्दो तथा रोगों का इलाज करता हे
उपवास चिकित्सा :- उपवास यानि अपने शरीर में अवकाश यानि हमारे पाचनतंत्र को आराम देना जिससें वो फिरसे तन्दुरस्त हो सके आजकल वजन कम करनेवाले लोगो में इंटरमितेंट फास्टिंग (intermittent fasting) यानि बिच बिच में उपवास रखना
मृदा मिटटी से चिकित्सा :- मिटटी में शरीर के दूषित तत्वों को और शारीर की ऊष्मा को दूर करता हे इस मिटटी को बहोत शुद्धिकरण से बनाया जाता हे |
जलोपचार :- जल चिकित्सा प्राकृतिक चिकित्सा में मुख्य भूमिका निभाती है जो आपके दर्द को मिटाने के लिए बास्प बर्फ ओर पानी तरल तीनों रूपों में फायदेमंद होता है। प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में आप कई जल चिकित्सा का लाभ ले सकते है। गीली पट्टी ओर पुलित्स, स्नान, जेटस्प्रे, डूब स्नान,
मालिश थेरापी :- प्राकृतिक चिकित्सा में मालिश शरीर में रक्तवाहिनी को शुद्ध करके उसमें रक्त संचार करता है।
एक्यूप्रेशर :- एक्यूप्रेशर आपके शरीर में ऐसे पॉइंट है जो आपके शरीर के दर्द ओर रोगों में लाभकारी होता है और बहोत प्रख्यात है।
एक्यूपंक्चर :- एक्युपंचर में भी ऐसे पॉइंट है जो आपके शरीर पर कुछ पॉइंट पर सुई चुभान से पॉइंट दबाने से आपका शरीर के दर्द ओर रोगों में आराम मिलता है।
रंग चिकित्सा :- रंग चिकित्सा में सुरज के किरण सात रंगों में विभिन्न उपचारात्मक प्रभाव है। प्रकाश में कई तरीकों से आप उपचार किया जाता है।
वायु उपचार :- उपचार में वायु स्नान ओर वायु तत्व से आपका इलाज किया जाता है और स्वास्थ्य का लाभ उठा कर स्वस्थ जीवन जी सकते है।
चुम्बक चिकित्सा :- चुंबक से कई दर्द को ठीक करने के पट्टी ओर वाइब्रेट मशीन देखी होगी तो चुंबक के इसी खूबियों से आपका इलाज किया जाता हैं।
अगर आप अपने जीवन को प्राकृतिक चिकित्सा से लंबे समय तक स्वस्थ और हेल्दी रहना चाहते है तो यह चिकित्सा का लाभ ले सकते है हमारे रेवा नेचर क्योर वडोदरा में +917698489714
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